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मुरादों का रोजा

Dev Kumar
Dev Kumar
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सहरी वालो सहरी कर लो सहरी का वक़्त हो गया है,

लाउडस्पीकर से उठती हुई ये आवाज़ जैसे ही एक गरीब बच्चे के कानों में पड़ी

वो झट से उठ गया और सहरी के लिए ऐसे तैयार हो गया जैसे न जाने कितनी मुद्दत से रोजा रखता आया हो ,

पर ऐसा बिल्कुल नहीं था , उस गरीब और छोटे से बच्चे का ये पहला रोजा था ,

उम्र होगी बारह-तेरह साल , सहरी से फारिक होकर वो फिर से सो गया

कुछ घंटों की नींद के बाद जब आँख खुली तो देखा सूरज छड़ चुका है

पर आज सूरज की तपिश और दिनों से कम थी,

जैसे खुदा को उस मासूम पर रहम आ गया हो वरना जून के दिन तो इंसान को जलाने से मशहूर हैं !

वक़्त को दौड़ता देख वो जल्दी से तैयार हुआ और अम्मी मैं काम पर जा रहा हूँ और आज खाना खाने नहीं आऊंगा ! कहते हुए घर से निकल गया, उसकी अम्मी को ये सुनकर बड़ा अजीब लगा और मन-ही-मन सोचने लगीं आखिर इस लड़के को आज हो क्या गया है ! खाना खाने नहीं आएगा , एक बीमार माँ पर सवाल-पे-सवाल सवार होते जा रहे थे , सोचने लगीं मेरा फूल जैसा बच्चा मुझे और अपनी ज़िंदगी को चलाने की लिए कितनी मुसीबतें उठता है और मैं इसके लिए कुछ नहीं कर पाती ये मेरी बीमारियां भी न एक मुद्दत से मेरे साये की तरह मेरे साथ रह रही हैं मुझे छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही और ऊपर से इसकी बदनसीबी !

छोटी सी उम्र में इसके सर से बाप का साया उठ गया , फिर इन भयानक बीमारियों ने मुझे अपनी गिरफ्त में ले लिया जो मुझे अभी तक रिहा करने को राजी नहीं हैं !

सोच और गम में डूबी माँ की आँखों से अश्क़ों की धारा झूलने लगी , तभी दरवाजे पर दस्तक हुई

माँ ख्यालो की दुनिया से बाहर आईं और आंसू पौंछते हुए दरवाजा खोलने के लिए उठीं ,

दरवाजा खोला तो देखा उसका बेटा था पसीने से लतपत अपने बेटे को देखकर माँ अपने आँचल से उसका पसीना पौंछने लगीं दोनों आकर घर के आँगन में बैठ गए ,

शाम के सात बजने वाले थे लड़के ने कहा अम्मी कुछ खाने को बना दो मुझे रोजा इफ्तार करना है

क्या माँ के मुंह से बस यही शब्द निकल पाया और चहरे पर बेतहाशा हैरानी थी !

माँ कुछ और कह पाती उससे पहले ही उसका बेटा बोल पड़ा ,

अम्मी आप ही ने तो कहा था कि अगर कोई इंसान रोजा रखकर खुदा से कुछ मांगे तो खुदा उसकी जरूर सुनता है अम्मी मैंने भी आपकी सलामती के लिए रोजा रखा है और खुदा से मुराद मांगी है कि आप जल्दी से बिल्कुल ठीक हो जाये !

भीगती आँखों से माँ ने अपने बेटे को सीने से लगा लिया………..

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